न बिजली, न पेट्रोल! खुद-ब-खुद चलने वाली ‘सेल्फ-चार्जिंग बाइक’ बनाई यूपी के युवक ने, हर कोई रह गया हैरान

उत्तर प्रदेश के एक युवा आविष्कारक ने एक ऐसा अभिनव वाहन विकसित किया है जिसने तकनीकी जगत और स्थानीय समुदाय दोनों को चकित कर दिया है, युवक का दावा है कि उसने एक ऐसी 'सेल्फ-चार्जिंग' (स्व-चार्जिंग) बाइक बनाई है जिसे चलाने के लिए न तो पारंपरिक पेट्रोल की आवश्यकता है और न ही बाहरी बिजली से चार्ज करने की, यह बाइक कथित तौर पर खुद-ब-खुद ऊर्जा पैदा कर चलती है

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न बिजली, न पेट्रोल! खुद-ब-खुद चलने वाली ‘सेल्फ-चार्जिंग बाइक’ बनाई यूपी के युवक ने, हर कोई रह गया हैरान
न बिजली, न पेट्रोल! खुद-ब-खुद चलने वाली ‘सेल्फ-चार्जिंग बाइक’ बनाई यूपी के युवक ने, हर कोई रह गया हैरान

उत्तर प्रदेश के एक युवा आविष्कारक ने एक ऐसा अभिनव वाहन विकसित किया है जिसने तकनीकी जगत और स्थानीय समुदाय दोनों को चकित कर दिया है, युवक का दावा है कि उसने एक ऐसी ‘सेल्फ-चार्जिंग’ (स्व-चार्जिंग) बाइक बनाई है जिसे चलाने के लिए न तो पारंपरिक पेट्रोल की आवश्यकता है और न ही बाहरी बिजली से चार्ज करने की, यह बाइक कथित तौर पर खुद-ब-खुद ऊर्जा पैदा कर चलती है।

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क्या है इनोवेशन?

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रयागराज निवासी इस युवक ने अपनी इंजीनियरिंग और तकनीकी समझ का उपयोग करके एक विशेष प्रणाली तैयार की है, यह बाइक एक आंतरिक यांत्रिक (mechanical) ऊर्जा रूपांतरण प्रणाली पर काम करती है, जो गति के दौरान ही बैटरी को रिचार्ज करती रहती है।

आविष्कारक का कहना है कि यह वाहन शून्य उत्सर्जन करता है और पर्यावरण के अनुकूल है, इसकी कार्यप्रणाली ऊर्जा संरक्षण के सिद्धांतों पर आधारित है, जहां एक बार गति शुरू होने के बाद, उत्पन्न अतिरिक्त ऊर्जा का उपयोग आगे की यात्रा के लिए किया जाता है।

लोगों ने जताई हैरानी

इस ‘सेल्फ-चार्जिंग’ कॉन्सेप्ट ने स्थानीय लोगों और विशेषज्ञों का ध्यान खींचा है। सोशल मीडिया पर इस आविष्कार की चर्चा जोरों पर है और लोग इस बात से हैरान हैं कि बिना किसी प्रत्यक्ष ईंधन या चार्जिंग पॉइंट के यह बाइक कैसे काम कर सकती है।

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हालांकि, कुछ तकनीकी विशेषज्ञ इस बात पर जोर देते हैं कि ऊर्जा का कोई न कोई प्राथमिक स्रोत (जैसे पैडलिंग, घर्षण ऊर्जा का उपयोग, या कोई अन्य यांत्रिक प्रक्रिया) अवश्य होगा, फिर भी, एक छोटे शहर के युवक द्वारा किया गया यह प्रयास सराहनीय है और यह ‘जुगाड़ इनोवेशन’ का एक बेहतरीन उदाहरण है।

युवक ने स्थानीय प्रशासन और उद्योगपतियों से मदद की अपील की है ताकि इस मॉडल को बेहतर बनाकर बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए तैयार किया जा सके, जिससे भविष्य में परिवहन का एक सस्ता और टिकाऊ विकल्प मिल सके।

No Petrol No Electricity Self Charging Bike
Author
Pinki

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