₹500 और ₹1000 का पुराना नोट रखना अपराध है? जानें कानून क्या कहता है और कब हो सकती है सजा

क्या आपके पास अब भी पुराने ₹500 या ₹1000 के नोट हैं? घबराएं नहीं! Specified Bank Notes Act 2017 के मुताबिक सीमित संख्या में पुराने नोट रखना कानूनी है। जानिए कितने नोट रख सकते हैं, कब लगता है जुर्माना और क्यों इनका इस्तेमाल अब किसी लेनदेन में नहीं किया जा सकता।

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₹500 और ₹1000 का पुराना नोट रखना अपराध है? जानें कानून क्या कहता है और कब हो सकती है सजा

नवंबर 2016 में हुई नोटबंदी ने देशभर में बड़ा आर्थिक और सामाजिक असर डाला था। सरकार ने उस समय ₹500 और ₹1000 के नोटों को चलन से बाहर कर दिया था ताकि काले धन पर रोक लगाई जा सके। सालों बीत चुके हैं, लेकिन आज भी कई लोगों को अपने घर, लॉकर या पुरानी फाइलों में बंद हो चुके इन नोटों की गड्डियां मिल जाती हैं। ऐसे में सवाल उठता है क्या इन्हें रखना कानून तोड़ना है या फिर सिर्फ एक नियम का उल्लंघन?

पुराने नोटों को लेकर लोगों की आम चिंता

हाल ही में दिल्ली के वजीरपुर इलाके से करोड़ों रुपए के पुराने नोट एक रेड में मिले। इस खबर के बाद बहुत से लोगों ने फिर से यह सवाल उठाया कि क्या पुराने ₹500 और ₹1000 के नोट रखना अपराध है। कई लोग मानते हैं कि अगर घर में एक भी नोट मिल गया, तो पुलिस या इनकम टैक्स विभाग कार्रवाई करेगा। लेकिन असलियत थोड़ी अलग है कानून ऐसी स्थिति के लिए क्या कहता है, यही जानना जरूरी है।

कानून क्या कहता है?

नोटबंदी के बाद सरकार ने 2017 में Specified Bank Notes (Cessation of Liabilities) Act लागू किया था। यही एक्ट पुराने ₹500 और ₹1000 के नोटों से जुड़े नियमों को नियंत्रित करता है। इस कानून में साफ तौर पर बताया गया है कि अगर किसी व्यक्ति के पास थोड़ी संख्या में पुराने नोट हैं, तो उसे अपराध नहीं माना जाएगा। यानी चिंता की कोई बात नहीं है अगर आपके पास कुछ पुराने नोट अब भी रखे हुए हैं।

कितने नोट कानूनी रूप से रख सकते हैं?

कानून के तहत कोई भी व्यक्ति अधिकतम 10 पुराने नोट अपने पास रख सकता है चाहे वो ₹500 के हों या ₹1000 के। अगर आपके पास इतने ही नोट हैं, तो आपको उन्हें डिक्लेयर करने या किसी सरकारी एजेंसी को बताने की जरूरत नहीं है। बस यह ध्यान रखें कि आप उनका किसी तरह के financial transaction या payment में उपयोग नहीं कर सकते क्योंकि ये अब legal tender नहीं हैं।

कलेक्टर और researchers के लिए विशेष नियम

कई लोग करते हैं कि पुराने नोट उनका शौक है जैसे करेंसी कलेक्ट करना या पुराने सिक्कों और नोटों का अध्ययन करना। ऐसे लोगों को क्या छूट है? दरअसल, 2017 के उसी कानून में collectors, researchers और numismatists के लिए एक खास प्रावधान है। उन्हें 25 नोटों तक रखने की अनुमति दी गई है। लेकिन ये नोट सिर्फ exhibition, collection या study purpose के लिए रखे जा सकते हैं। किसी लेन-देन या कमर्शियल इस्तेमाल के लिए इनका उपयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित है।

अगर लिमिट से ज्यादा नोट मिले तो क्या होगा?

अब मान लीजिए किसी व्यक्ति के पास 10 या 25 से ज्यादा पुराने नोट मिलते हैं, तो क्या उसे जेल जाना पड़ सकता है? जवाब है, नहीं। 2017 के एक्ट के तहत ऐसी स्थिति को financial offence माना जाता है, कोई criminal act नहीं। इसका मतलब है कि सजा के तौर पर सिर्फ जुर्माना लग सकता है, लेकिन जेल का प्रावधान नहीं है। जुर्माने की राशि ₹10,000 होती है, लेकिन यह जब्त किए गए अतिरिक्त नोटों की कुल वैल्यू के 5 गुना तक हो सकती है। यानी अगर किसी के पास लिमिट से अधिक पुराने नोट हैं, तो उन्हें मनी के रूप में पेनाल्टी देनी होगी लेकिन जेल नहीं होगी।

क्यों नहीं इस्तेमाल किए जा सकते पुराने नोट?

अब सवाल ये कि अगर रखना कानूनी है, तो उनका उपयोग क्यों नहीं किया जा सकता? इसकी वजह सीधी है डिमॉनेटाइजेशन के बाद इन नोटों को legal tender status से बाहर कर दिया गया था। इसका मतलब, ये अब किसी भी सामान, सर्विस, बिल या loan repayment के लिए मान्य नहीं हैं। इन्हें circulation में लाना या ट्रांजैक्शन में इस्तेमाल करना कानूनन मना है।

आसान शब्दों में समझें

अगर आपको कभी अपने घर, फाइल या अलमारी में पुराने ₹500 या ₹1000 के नोट मिल जाते हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं है। अगर वे 10 या उससे कम हैं तो आप उन्हें बिना किसी डर के रख सकते हैं। लेकिन अगर नोटों की संख्या इससे ज्यादा है, तो बस उन्हें सरेंडर कर दें या तैयार रहें आर्थिक जुर्माने के लिए। सबसे बड़ी बात जेल या गिरफ्तारी का कोई खतरा नहीं है।

Author
Pinki

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