
उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले लाखों छात्रों के अभिभावकों के बैंक खातों में स्कूल यूनिफॉर्म, स्वेटर और जूते-मोजे खरीदने के लिए भेजे जाने वाले ₹1,200 की धनराशि अभी तक नहीं पहुंची है, यह मामला लगभग 10 लाख से अधिक छात्रों को प्रभावित कर रहा है।
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सरकारी डीबीटी (Direct Benefit Transfer) योजना के तहत यह राशि सीधे अभिभावकों के खातों में भेजी जानी थी, लेकिन तकनीकी खामियों और डेटा सत्यापन में देरी के कारण भुगतान अधर में लटक गया है।
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भुगतान अटकने के प्रमुख कारण
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, पैसा फंसने के पीछे कई मुख्य वजहें हैं:
- आधार सीडिंग की समस्या: बड़ी संख्या में अभिभावकों के बैंक खाते उनके आधार कार्ड से लिंक (Aadhaar Seeding) नहीं थे, जिससे पीएफएमएस (PFMS) प्रणाली के माध्यम से भुगतान विफल हो गया।
- बैंक खाता विवरण में त्रुटियां: कई अभिभावकों के बैंक खाता संख्या (Account Number) या IFSC कोड भरने में गलतियां पाई गईं।
- सत्यापन में देरी: जिला स्तर पर बेसिक शिक्षा अधिकारियों (BSA) द्वारा भेजे गए डेटा के सत्यापन (Verification) की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है।
ऐसे तुरंत चेक करें आपका पैसा कहां अटका है
यदि आप भी प्रभावित अभिभावकों में से हैं, तो आप घर बैठे भुगतान की स्थिति (Payment Status) की जाँच कर सकते हैं:
पीएफएमएस (PFMS) पोर्टल पर जाँच
यह सबसे सटीक तरीका है क्योंकि सरकारी भुगतान इसी प्रणाली के माध्यम से होता है।
- Public Financial Management System (PFMS) की आधिकारिक वेबसाइट खोलें।
- होमपेज पर या ‘Payment Status’ मेनू में इस विकल्प पर क्लिक करें।
- अपने बैंक का नाम चुनें, अपना बैंक खाता संख्या दो बार दर्ज करें।
- ‘Search’ बटन पर क्लिक करते ही आपके भुगतान का स्टेटस, रुकने का कारण (यदि रुका है तो) स्क्रीन पर आ जाएगा।
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स्कूल से संपर्क करें
यदि पीएफएमएस पर ‘No Record Found’ दिखाता है या कोई त्रुटि नज़र आती है, तो तुरंत अपने बच्चे के स्कूल के प्रधानाध्यापक या कक्षा शिक्षक से संपर्क करें, स्कूल के पास उन अभिभावकों की सूची होती है जिनके बैंक विवरण या आधार कार्ड में विसंगतियां हैं। समय रहते सुधार करवाने पर ही भुगतान संभव हो पाएगा।
शिक्षा विभाग का दावा है कि लंबित भुगतानों को जल्द से जल्द निपटाने की प्रक्रिया जारी है।

















